रायगढ़।कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों के साथ मरीजों के लिए व्यवस्था में जुटे स्वास्थ्य विभाग का कमजोर पक्ष लापरवाही या अनदेखी कोरोना मरीजों और उनके परिजनों पर बहुत भारी पड़ रही है।हाल ही में हुए कुछ वाक्यों ने जिले वासियों को झकझोर कर रख दिया।अव्यवस्था के शिकार हुए मरीजों और उनके परिजनों को जीवन भर का दर्द बाँटने वाला स्वास्थ्य विभाग इतनी किरकिरी होने के बावजूद अपनी पिछली करतूतों से सबक लेता नही दिख रहा है।
ऐसे ही एक मामले में चाँदनी चौक निवासी 66 वर्षीय ईद मोहम्मद और उनके परिजन पिछले तीन दिनों से कोरोना के ईलाज के नाम पर स्वास्थ्य विभाग द्वारा की जा रही ज्यादती से हैरान और परेशान हो चुके हैं।
क्या है मामला
रूपेंद्र पटेल के अस्पताल पिछले हफ्ते हिचकी आने और गैस की समस्या तथा उच्च रक्तचाप से पीड़ित 66 वर्षीय ईद मोहम्मद नामक वृद्ध को परिजनों द्वारा ईलाज के लिए दाखिल करवाया गया था।तीन चार दिनों तक उक्त बीमारी के लिए चले ईलाज के दौरान वृद्ध की कोरोना जाँच हेतु सेम्पल भी लिया गया जिसमें परिजनो के मुताबिक बिना किसी लक्षण के भी पॉजिटिव रिपोर्ट आने पर तीन दिन पूर्व देर शाम को रूपेंद्र पटेल अस्पताल से कोविड 19 अस्पताल ले जाया गया।शुरू में मरीज को कोविड 19 के लिए आरक्षित मातृ एवं शिशु अस्पताल ले जाये जाने पर वहाँ से मेडिकल कॉलेज एवं हॉस्पिटल भेज दिया गया जहाँ पर्याप्त बेड न होने का हवाला देते हुए के आई टी स्थित कोविड 19 ईलाज केंद्र मरीज को ले जाए जाने को कहा गया।के आई टी स्थित कोविड 19 ईलाज केंद्र में भी उक्त मरीज़ की उम्र का हवाला देकर देखरेख हेतु मेडिकल स्टाफ न होने की बात कहते हुए इंचार्ज द्वारा पुनः एमसीएच अस्पताल भेजा गया।इस पूरे चक्कर में रात के एक बजे तक एम्बुलेंस स्टाफ के साथ साथ मरीज के परिजन भी पीछे पीछे चक्कर लगाते परेशान होते रहे। ख़ैर देरसबेर वृद्ध मरीज़ को एमसीएच अस्पताल में दाखिल कर तो लिया गया लेकिन पिछले तीन दिनों से होम आइसोलेशन में रह रहे मरीज़ के परिजनों को मरीज़ की स्थिति के बारे में कोई खोज ख़बर नहीं दी जा रही है जबकि मरीज के अन्य रिश्तेदार इस हेतु प्रयासरत हैं और वे एमसीएच अस्पताल जाकर अपना फ़ोन नंबर भी कई बार वहाँ के मौजूदा स्टाफ को देकर आये हैं।
अनहोनी की आशंका से त्रस्त हैं परिजन
उच्च रक्तचाप से पीड़ित वृद्ध मरीज के परिजनों के मुताबिक हर सुबह बीपी कंट्रोल करने वाली दवा दी जाती है।अब यदि कोविड 19 अस्पताल में यदि ईद मोहम्मद को पिछले तीन दिनों से बीपी की दवा नहीं दी जा रही होगी तो किसी अनहोनी की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता जैसा कि रायगढ़ दर्पण से बातचीत के दौरान मरीज़ के पुत्र परवेज मोहम्मद ने बताया।