एक माह पूर्व एक महावत व उसके पालतू हाथी को वन विभाग द्वारा पकड़कर उर्दना डीपो में रखा गया था, लेकिन विभाग के द्वारा उस पर सही तरह से ध्यान नहीं दिया जा रहा था। ऐसे में कुछ दिन पहले हाथी के पैर में चोट लगने के कारण घाव हो गया और उसकी हालत बिगडने लगी। इसकी जानकारी जब सेव फारेस्ट समिति को लगी तो उन्होंने मामले को गंभीरता से उठाया गया इसके उपरांत हाथी का इलाज के लिए तब कहीं जा कर उसका ईलाज शुरू हो पाया । हाथी की स्थिति को देखने के लिए बिलासपुर से वाईल्ड लाइफ सीसीएफ पहुंचे थे। जहां उनकी मौजूदगी में रविवार को हाथी का चिकित्सकों ने इलाज परीक्षण किया गया ।
करीब एक माह पहले हाथी व महावत को पकडने के बाद उन्हें पर्याप्त रूप से खाना व पानी नहीं दिया जा रहा था। ऐसे में लगभग पखवाड़े भर पूर्व महावत अपने हाथी के साथ वन मंडल कार्यालय पहुंच कर अपना विरोध प्रदर्शन भी किया। तब उसे पर्याप्त रूप से खाना व पानी देने का आश्वासन मिला, लेकिन एक दिन खाना पानी देकर फिर वन विभाग के अधिकारियों ने उन्हें भूला दिया। इसी बीच उर्दना डीपो में हाथी के पैर संभवतः चोट लग गई और अंदर ही अंदर उसका घाव बढ़ते गया, पर इसकी सुध लेना विभाग के किसी अधिकारी ने मुनासिब नहीं समझा और जब इसकी जानकारी जिला सेव फारेस्ट समिति के अध्यक्ष गोपाल अग्रवाल व मिडिया को लगी, तो उन्होंने मामले को गंभीरता से उठाया। इसके बाद आनन फानन में हाथी का ईलाज शुरू किया गया। बताया जा रहा है कि हाथी के पैर में अंदर ही अंदर बड़ा घाव हो गया और काफी मात्रा में पूर्व में मवाद भी निकाला गया था। ऐसे में आज बिलासपुर से वाईल्ड लाइफ सीसीएफ कौशलेन्द्र सिंह रायगढ़ पहुंचे और वाईल्ड लाइफ सीसीएफ, डीएफओ, एसडीओ व जिला सेव फारेस्ट समिति मौजूदगी में पशु चिकित्सकों ने उसका ईलाज किया।
कानूनी पचड़े में महावत घर जाने का इंतजार
उर्दना काष्ठागार में अपने हाथी के साथ है। ऐसे में अब उसे अपने घर जाने का इंतजार है। विभाग से राहत नहीं मिलने की वजह से उसे हर दिन कई प्रकार की परेशानियों से जुझना पड़ रहा है। सूत्रों ने बताया कि विभाग के बड़े अधिकारी के आने की वजह से एक दिन पहले उसके व हाथी के खाने के लिए पर्याप्त व्यवस्था की गई।
वर्सन
वाईल्ड लाइफ सीसीएफ हाथी के मामले में पूरी जांच के लिए आए हैं। उनका स्वास्थ्य को भी देखने आए हुए हैं। हाथी अभी स्वास्थ्य है। घाव को पूरा ठीक होने में करीब एक सप्ताह लगने की बात डाक्टर कह रहे हैं।
मनोज पांडे, डीएफओ वन मंडल रायगढ़
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हाथी को एल्बो ज्वाईंट में घाव है जो अंदर ही अंदर यह बढ़ गया था। 18 जुलाई को आपरेशन किया गया था। हालाकि अभी उसके हालत में सुधार है। संभवतः लगभग सप्ताह भर में हाथी पूरी तरह स्वास्थ्य हो जाएगा।
डा.डीके पटेल, पशु चिकित्सक